Revision Guide
शब्दरूप सामान्य परिचय अध्याय में शब्दों के विभिन्न रूपों और उनके प्रयोग का सामान्य ज्ञान प्रदान किया जाता है।
शब्दरूप सामान्य परिचय - Quick Look Revision Guide
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This compact guide covers 20 must-know concepts from शब्दरूप सामान्य परिचय aligned with Class X preparation for Sanskrit. Ideal for last-minute revision or daily review.
Key Points
शब्द की परिभाषा एवं उदाहरण।
शब्द वाक्य की सबसे छोटी इकाई है जो किसी वस्तु, स्थान, भाव आदि का बोध कराती है। उदाहरण: 'बालक', 'फल'।
शब्द के प्रकार: संज्ा, सर्वनाम, विशेषण।
शब्द तीन प्रकार के होते हैं: संज्ा (नाम), सर्वनाम (स्थानापन्न शब्द), विशेषण (गुणवाचक शब्द)।
संज्ा शब्दों का वर्गीकरण: स्त्रीलिंग, पुल्लिंग, नपुंसकलिंग।
संज्ा शब्द लिंग के आधार पर तीन प्रकार के होते हैं: स्त्रीलिंग (लता), पुल्लिंग (बालक), नपुंसकलिंग (फल)।
विभक्तियाँ एवं उनके प्रयोग।
संस्कृत में सात विभक्तियाँ होती हैं जो शब्दों के रूप को परिवर्तित करती हैं। उदाहरण: प्रथमा (कर्ता), द्वितीया (कर्म)।
सुप् प्रत्ययों का परिचय।
सुप् प्रत्यय विभक्तियों के साथ जुड़कर शब्दों के विभिन्न रूप बनाते हैं। उदाहरण: प्रथमा एकवचन में 'स्'।
अकारान्त पुल्लिंग शब्द 'बालक' के रूप।
अकारान्त पुल्लिंग शब्द 'बालक' के विभिन्न विभक्तियों में रूप: बालक:, बालकम्, बालकेण।
आकारान्त स्त्रीलिंग शब्द 'बालिका' के रूप।
आकारान्त स्त्रीलिंग शब्द 'बालिका' के विभिन्न विभक्तियों में रूप: बालिका, बालिकाम्, बालिकया।
अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द 'फल' के रूप।
अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द 'फल' के विभिन्न विभक्तियों में रूप: फलम्, फले, फलेन।
नकारान्त पुल्लिंग शब्द 'राजन्' के रूप।
नकारान्त पुल्लिंग शब्द 'राजन्' के विभिन्न विभक्तियों में रूप: राजा, राजानम्, राज्ञा।
स्वरान्त एवं व्यंजनान्त शब्दों का अंतर।
स्वरान्त शब्द अ, आ, इ आदि से समाप्त होते हैं जबकि व्यंजनान्त शब्द क्, च्, ट् आदि से समाप्त होते हैं।
सर्वनाम शब्दों के प्रकार एवं उदाहरण।
सर्वनाम शब्द जैसे 'सः', 'तत्', 'एतत्' सभी लिंगों में प्रयुक्त होते हैं। उदाहरण: सः बालकः।
संख्यावाचक शब्दों का परिचय।
संख्यावाचक शब्द जैसे 'एक', 'द्वि', 'त्रि' संख्या का बोध कराते हैं। उदाहरण: एकः बालकः।
सम्बोधन विभक्ति का प्रयोग।
सम्बोधन विभक्ति में प्रथमा विभक्ति के प्रत्ययों का प्रयोग होता है, लेकिन एकवचन में अंतर होता है। उदाहरण: हे बालक!
विभक्तियों के तीनों वचनों में रूप।
प्रत्येक विभक्ति के तीन वचन (एक, द्वि, बहु) में अलग-अलग रूप होते हैं। उदाहरण: बालक:, बालकौ, बालकाः।
स्वरान्त शब्द 'लता' के रूप।
स्वरान्त स्त्रीलिंग शब्द 'लता' के विभिन्न विभक्तियों में रूप: लता, लताम्, लतया।
व्यंजनान्त शब्द 'भवत्' के रूप।
व्यंजनान्त शब्द 'भवत्' के विभिन्न विभक्तियों में रूप: भवान्, भवन्तम्, भवता।
सर्वनाम शब्द 'अस्मद्' के रूप।
सर्वनाम शब्द 'अस्मद्' के विभिन्न विभक्तियों में रूप: अहम्, माम्, मया।
संख्यावाचक शब्द 'द्वि' के रूप।
संख्यावाचक शब्द 'द्वि' के विभिन्न विभक्तियों में रूप: द्वौ, द्वौ, द्वाभ्याम्।
विभक्तियों के प्रत्ययों का सारांश।
प्रत्येक विभक्ति के प्रत्ययों को याद रखने के लिए तालिका का उपयोग करें। उदाहरण: प्रथमा एकवचन में 'स्', द्वितीया एकवचन में 'अम्'।
शब्दरूपों का अभ्यास करने की विधि।
शब्दरूपों को याद करने के लिए प्रत्येक शब्द के विभिन्न विभक्तियों में रूपों का लिखित अभ्यास करें। उदाहरण: बालक, बालिका, फल।
वर्ण विचार अध्याय में हिंदी भाषा के वर्णों, उनके प्रकार, और उच्चारण के बारे में जानकारी दी गई है।
This chapter introduces the concept of nouns (संज्ञा) and their definitions (परिभाषा), essential for understanding Hindi grammar.
सन्धि अध्याय में दो वर्णों के मेल से होने वाले परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता है।
धातुरूप सामान्य परिचय अध्याय में संस्कृत भाषा के धातुओं के रूपों का सामान्य परिचय और उनके प्रयोग की मूल बातें सीखाई जाती हैं।