Brand Logo
CBSE
Blog
News
Duel
Buy

Class 10

Class 10 - English
First Flight (22 Chapters)|
Words and Expressions - II (9 Chapters)|
Foot Prints Without feet (9 Chapters)
Class 10 - Health and Physical Education
Health and Physical Education (13 Chapters)
Class 10 - Hindi
Kshitij - II (13 Chapters)|
Sparsh (14 Chapters)|
Sanchayan - II (3 Chapters)|
Kritika (3 Chapters)
Class 10 - Mathematics
Mathematics (14 Chapters)
Class 10 - Sanskrit
Vyakaranavithi (14 Chapters)|
Shemushi - II (12 Chapters)|
Abhyaswaan Bhav - II (14 Chapters)
Class 10 - Science
Science (13 Chapters)
Class 10 - Social Science
Understanding Economic Development (5 Chapters)|
Contemporary India (7 Chapters)|
India and the Contemporary World - II (5 Chapters)|
Democratic Politics (5 Chapters)
Class 10 - Urdu
Nawa-e-urdu (11 Chapters)

About Edzy - Gamified Learning Platform

Edzy is India's premier gamified AI tutor platform for CBSE and State Board students in classes 6-12. Our platform transforms traditional studying with AI-powered study plans, interactive practice sessions, and personalized learning pathways. Students using Edzy experience unmatched learning efficiency through our immersive educational environment that combines advanced technology with curriculum-aligned content.

Why Choose Edzy for CBSE and State Board Preparation

Edzy offers an adaptive AI educational experience tailored to each student's learning style and pace. We integrate gamification with proven educational strategies to create an engaging environment that students love. Our micro-content approach breaks down complex CBSE and State Board topics into manageable lessons, building confidence through mastery-based progression and real-time feedback.

CBSE and State Board Focus Areas

Edzy specializes in transforming online education for classes 6-12 with AI-powered tutoring. We provide comprehensive NCERT-aligned content and engaging lessons across Mathematics, Science, English, Social Studies, and IT. Our system helps students master fundamental concepts and excel in board exams through AI-generated study plans, personalized learning timelines, and dynamic practice sessions.

Edzy's Unique Approach to Online Learning

Unlike traditional online coaching platforms, Edzy converts CBSE and State Board syllabus content into interactive learning adventures. Our AI tutor provides timely assistance while adapting to student progress. The platform features instant feedback, gamified practice sessions, and achievement badges to motivate continuous learning and concept mastery.

Brand Logo

Edzy | Largest Online Learning Platform for Classes 6–12

Study smarter with Edzy – India’s leading gamified AI tutor for CBSE and State Boards. Designed for Classes 6–12, Edzy offers interactive lessons, AI-powered study plans, and rewarding practice tools for every subject.

Find us on Social Media

Links

About EdzyFAQsContact UsCBSE CoursesCBSE Class 10 Lessons

Parents & Teachers

Search EdzyParent DashboardCreator PlatformEducation BlogCBSE & NCERT News

Policies

Terms and ConditionsRefund PolicyPrivacy PolicyCookie Policy

© 2025 Edzy | Largest Online Learning Platform for Classes 6–12. All rights reserved.

Edzy is an AI tutor for CBSE and State Board students, offering interactive lessons and personalized learning for Classes 6–12.

SitemapAccessibility
CBSE
Class 10
Hindi
Sparsh
मीरा – पद

Worksheet

म–

Worksheet: मीरा – पद

मीरा के पदों में भक्ति, प्रेम और समर्पण की गहरी भावनाएं व्यक्त की गई हैं, जो कृष्ण के प्रति उनकी अटूट भक्ति को दर्शाती हैं।

मीरा – पद - Practice Worksheet

Strengthen your foundation with key concepts and basic applications.

This worksheet covers essential long-answer questions to help you build confidence in मीरा – पद from Sparsh for Class X (Hindi).

Practice Worksheet

Practice Worksheet

Basic comprehension exercises

Strengthen your understanding with fundamental questions about the chapter.

Questions

1

मीराबाई के जीवन की प्रमुख घटनाओं का वर्णन कीजिए।

Hint

मीराबाई के जीवन की प्रमुख घटनाओं को उनके जन्म, विवाह, और भक्ति की ओर झुकाव के संदर्भ में देखें।

Solution

मीराबाई का जन्म 1503 में राजस्थान के मेड़ता शहर के पास कुड़की गाँव में हुआ था। 13 वर्ष की आयु में उनका विवाह मेवाड़ के महाराजा भोजराज के साथ हुआ। उनका जीवन दुखों की छाया में बीता। बचपन में ही उनकी माँ का देहांत हो गया था। विवाह के कुछ ही साल बाद पहले पति, फिर पिता और एक युद्ध के दौरान शालिवाहन का भी देहांत हो गया। भौतिक जीवन से निराश मीरा ने घर-परिवार त्याग दिया और वृंदावन में डेरा डालकर पूरी तरह भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन हो गईं। मीरा मध्यकालीन भक्ति आंदोलन की प्रमुख कवयित्रियों में से एक हैं। उनके पद पूरे उत्तर भारत सहित गुजरात, बिहार और बंगाल तक प्रसिद्ध हैं। मीरा हिंदी और गुजराती दोनों की कवयित्री मानी जाती हैं।

2

मीराबाई के पदों की भाषा शैली पर प्रकाश डालिए।

Hint

मीराबाई की भाषा शैली में विभिन्न भाषाओं के मिश्रण और भक्ति भावना पर ध्यान दें।

Solution

मीराबाई के पदों की भाषा शैली में राजस्थानी, ब्रज और गुजराती का मिश्रण पाया जाता है। उनकी भाषा में पंजाबी, खड़ी बोली और पूर्वी के प्रयोग भी मिलते हैं। मीरा की भक्ति दृढ़ और माधुर्यभाव की है। उन पर योगियों, संतों और वैष्णव भक्तों का संयुक्त प्रभाव पड़ा है। मीरा के पदों की भाषा सरल, सहज और हृदयस्पर्शी है जो सीधे भक्त के हृदय तक पहुँचती है। उनके पदों में भक्ति की गहन अनुभूति और प्रेम की तीव्रता स्पष्ट देखी जा सकती है।

3

मीराबाई के पदों में भक्ति भावना किस प्रकार व्यक्त हुई है?

Hint

मीराबाई के पदों में भगवान कृष्ण के प्रति उनके प्रेम और समर्पण को देखें।

Solution

मीराबाई के पदों में भक्ति भावना अत्यंत गहन और प्रबल रूप से व्यक्त हुई है। उन्होंने भगवान कृष्ण को अपना सर्वस्व माना और उनके प्रति अपने प्रेम को विभिन्न रूपों में व्यक्त किया। कहीं वे कृष्ण को अपना प्रियतम मानती हैं तो कहीं उन्हें अपना सखा और रक्षक। मीरा के पदों में भक्ति की अभिव्यक्ति व्यक्तिगत प्रेम और समर्पण के रूप में हुई है। उन्होंने कृष्ण के प्रति अपने प्रेम को इतना गहरा बना लिया था कि वे सांसारिक मोह-माया से पूरी तरह मुक्त हो गईं। मीरा के पदों में भक्ति की यह भावना उनके जीवन की त्रासदियों और संघर्षों के बावजूद उज्ज्वल और प्रेरणादायक है।

4

मीराबाई के पदों में प्रकृति का चित्रण किस प्रकार हुआ है?

Hint

मीराबाई के पदों में प्रकृति के विभिन्न तत्वों और उनके भक्ति भाव से संबंध पर ध्यान दें।

Solution

मीराबाई के पदों में प्रकृति का चित्रण अत्यंत सजीव और मनोहारी ढंग से हुआ है। उन्होंने प्रकृति के विभिन्न रूपों को भगवान कृष्ण के प्रति अपने प्रेम और भक्ति की अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में प्रयोग किया है। मीरा ने वृक्षों, फूलों, नदियों और पहाड़ों को अपने पदों में स्थान दिया है जो उनकी भक्ति भावना को और अधिक गहराई और सुंदरता प्रदान करते हैं। प्रकृति के इन तत्वों के माध्यम से मीरा ने अपने आराध्य के प्रति अपने प्रेम और लगाव को व्यक्त किया है। उनके पदों में प्रकृति न केवल दृश्य बल्कि भावनात्मक पृष्ठभूमि भी प्रदान करती है।

5

मीराबाई के पदों की विशेषताएँ लिखिए।

Hint

मीराबाई के पदों की विशेषताओं को भक्ति भाव, भाषा शैली और सामाजिक प्रभाव के संदर्भ में देखें।

Solution

मीराबाई के पदों की कई विशेषताएँ हैं जो उन्हें अन्य भक्ति कवियों से अलग करती हैं। उनके पदों में भक्ति की गहन अनुभूति, प्रेम की तीव्रता और सरल भाषा का प्रयोग मुख्य है। मीरा ने अपने पदों में भगवान कृष्ण के प्रति अपने प्रेम को विभिन्न रूपों में व्यक्त किया है। उनके पदों की भाषा में राजस्थानी, ब्रज और गुजराती का मिश्रण है जो उन्हें विशिष्ट बनाता है। मीरा के पदों में व्यक्तिगत अनुभूतियों और भावनाओं की अभिव्यक्ति अत्यंत मार्मिक और हृदयस्पर्शी है। उन्होंने अपने पदों के माध्यम से सामाजिक बंधनों और रूढ़ियों को चुनौती दी है। मीरा के पद आज भी भक्ति साहित्य की अमूल्य धरोहर माने जाते हैं।

6

मीराबाई के पदों में सामाजिक प्रतिबद्धता किस प्रकार दिखाई देती है?

Hint

मीराबाई के पदों में सामाजिक रूढ़ियों के विरोध और समानता के संदेश को देखें।

Solution

मीराबाई के पदों में सामाजिक प्रतिबद्धता उनके जीवन और विचारों के माध्यम से स्पष्ट दिखाई देती है। उन्होंने अपने पदों के माध्यम से सामाजिक रूढ़ियों और बंधनों को चुनौती दी है। मीरा ने जाति और लिंग के आधार पर भेदभाव का विरोध किया और भक्ति के मार्ग को सभी के लिए खुला बताया। उन्होंने अपने जीवन में भी इन मूल्यों को अपनाया और समाज के विरोध के बावजूद भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन रहीं। मीरा के पदों में यह सामाजिक प्रतिबद्धता उनकी साहसिक और निर्भीक व्यक्तित्व को दर्शाती है। उन्होंने अपने पदों के माध्यम से समाज को एक नई दिशा और दृष्टि प्रदान की है।

7

मीराबाई के पदों में आध्यात्मिकता का क्या महत्व है?

Hint

मीराबाई के पदों में आध्यात्मिकता की अभिव्यक्ति और उसके महत्व पर ध्यान दें।

Solution

मीराबाई के पदों में आध्यात्मिकता का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने अपने पदों के माध्यम से आध्यात्मिक ज्ञान और भक्ति के मार्ग को सरल और सहज ढंग से प्रस्तुत किया है। मीरा के लिए भगवान कृष्ण ही सर्वस्व थे और उन्होंने अपने पदों में इसी एकात्मभाव को व्यक्त किया है। उनके पदों में आत्मा और परमात्मा के मिलन की अभिव्यक्ति अत्यंत मार्मिक और प्रेरणादायक है। मीरा ने अपने पदों के माध्यम से यह संदेश दिया है कि सच्ची आध्यात्मिकता प्रेम और समर्पण में निहित है। उनके पद आध्यात्मिक जिज्ञासुओं के लिए एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं।

8

मीराबाई के पदों में नारी विमर्श किस प्रकार प्रस्तुत हुआ है?

Hint

मीराबाई के पदों में नारी की स्वतंत्रता और आध्यात्मिक अधिकारों की अभिव्यक्ति को देखें।

Solution

मीराबाई के पदों में नारी विमर्श एक महत्वपूर्ण पहलू के रूप में प्रस्तुत हुआ है। उन्होंने अपने पदों के माध्यम से नारी की स्वतंत्रता, आत्मनिर्भरता और आध्यात्मिक अधिकारों की बात की है। मीरा ने समाज द्वारा नारी पर लगाए गए बंधनों और प्रतिबंधों को चुनौती दी है। उन्होंने अपने जीवन और साहित्य के माध्यम से यह सिद्ध किया कि नारी भी पुरुषों की तरह आध्यात्मिक उन्नति कर सकती है। मीरा के पदों में नारी की पीड़ा, संघर्ष और विजय की अभिव्यक्ति अत्यंत प्रभावशाली ढंग से हुई है। उन्होंने नारी को एक सशक्त और स्वतंत्र व्यक्तित्व के रूप में प्रस्तुत किया है।

9

मीराबाई के पदों में प्रेम और भक्ति का संबंध किस प्रकार दिखाई देता है?

Hint

मीराबाई के पदों में प्रेम और भक्ति के अटूट संबंध और उसकी अभिव्यक्ति को देखें।

Solution

मीराबाई के पदों में प्रेम और भक्ति का संबंध अत्यंत गहरा और अटूट है। उन्होंने भगवान कृष्ण के प्रति अपने प्रेम को भक्ति के सर्वोच्च रूप में प्रस्तुत किया है। मीरा के लिए प्रेम ही भक्ति है और भक्ति ही प्रेम। उनके पदों में प्रेम की यह भावना इतनी तीव्र और गहन है कि वह सीधे हृदय को छू लेती है। मीरा ने अपने पदों में प्रेम और भक्ति के इस संबंध को विभिन्न रूपकों और उदाहरणों के माध्यम से व्यक्त किया है। उनके पदों में प्रेम की यह अभिव्यक्ति न केवल आध्यात्मिक बल्कि मानवीय संबंधों की गहराई को भी दर्शाती है।

10

मीराबाई के पदों का समकालीन साहित्य में क्या महत्व है?

Hint

मीराबाई के पदों के समकालीन साहित्य में योगदान और प्रासंगिकता को देखें।

Solution

मीराबाई के पदों का समकालीन साहित्य में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। उनके पद न केवल भक्ति साहित्य की धरोहर हैं बल्कि आधुनिक युग में भी प्रासंगिक और प्रेरणादायक हैं। मीरा ने अपने पदों के माध्यम से जो सामाजिक, धार्मिक और आध्यात्मिक संदेश दिए हैं, वे आज भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। उनके पदों में नारी स्वतंत्रता, सामाजिक समानता और आध्यात्मिक जागृति के विचार आधुनिक समाज के लिए मार्गदर्शक हैं। मीरा के पदों की भाषा और शैली ने समकालीन साहित्य को भी प्रभावित किया है। उनके पद आज भी लोगों के हृदय में भक्ति और प्रेम की अग्नि को प्रज्वलित करते हैं।

👫 Study With Friends

Join your classmates, challenge them in duels, and grow smarter together!

Edzy mobile app

मीरा – पद - Mastery Worksheet

Advance your understanding through integrative and tricky questions.

This worksheet challenges you with deeper, multi-concept long-answer questions from मीरा – पद to prepare for higher-weightage questions in Class X.

Mastery Worksheet

Mastery Worksheet

Intermediate analysis exercises

Deepen your understanding with analytical questions about themes and characters.

Questions

1

मीराबाई के जीवन और उनकी कविता के माध्यम से उनकी भक्ति भावना को कैसे समझा जा सकता है?

Hint

मीरा के जीवन की घटनाओं और उनकी कविताओं के भावों को मिलाकर देखें।

Solution

मीराबाई का जीवन और उनकी कविता उनकी गहरी भक्ति भावना को दर्शाते हैं। उन्होंने सांसारिक सुखों को त्याग कर भगवान कृष्ण की भक्ति को अपनाया। उनकी कविताओं में कृष्ण के प्रति उनका प्रेम और समर्पण स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।

2

मीराबाई के पदों में प्रयुक्त भाषा की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।

Hint

भाषा के विभिन्न तत्वों जैसे शब्दावली, वाक्य संरचना आदि पर ध्यान दें।

Solution

मीराबाई के पदों में राजस्थानी, ब्रज और गुजराती भाषाओं का मिश्रण देखने को मिलता है। उनकी भाषा सरल, मधुर और भावप्रधान है जो सीधे हृदय को छू लेती है।

3

मीराबाई के पदों में दिखाई देने वाले भक्ति और समर्पण के भावों की तुलना सूरदास के पदों से कीजिए।

Hint

दोनों कवियों के पदों के भावों और शैली की तुलना करें।

Solution

मीराबाई और सूरदास दोनों ही भक्ति काव्य के प्रमुख कवि हैं। मीरा का भक्ति भाव अधिक व्यक्तिगत और भावुक है जबकि सूरदास का भक्ति भाव अधिक विस्तृत और दार्शनिक है।

4

मीराबाई के पदों में कृष्ण के प्रति उनके प्रेम को कैसे दर्शाया गया है?

Hint

मीरा के पदों में कृष्ण के प्रति उनके विभिन्न रिश्तों पर ध्यान दें।

Solution

मीराबाई के पदों में कृष्ण के प्रति उनका प्रेम एक सखी के रूप में, एक प्रेमिका के रूप में और एक भक्त के रूप में देखने को मिलता है। उन्होंने कृष्ण को अपना सब कुछ माना है।

5

मीराबाई की कविताओं में सामाजिक और धार्मिक मान्यताओं की कैसे अभिव्यक्ति हुई है?

Hint

मीरा के जीवन और उनकी कविताओं में सामाजिक और धार्मिक पहलुओं को देखें।

Solution

मीराबाई की कविताओं में सामाजिक बंधनों को तोड़ने और धार्मिक कट्टरता के विरुद्ध एक स्पष्ट संदेश देखने को मिलता है। उन्होंने भक्ति के माध्यम से सामाजिक और धार्मिक बंधनों से मुक्ति की बात की है।

6

मीराबाई के पदों में प्रकृति और पर्यावरण के प्रति उनके दृष्टिकोण को समझाइए।

Hint

मीरा के पदों में प्रकृति के वर्णन और उसके प्रति उनके भावों को देखें।

Solution

मीराबाई के पदों में प्रकृति का वर्णन अक्सर कृष्ण के साथ जुड़ा हुआ देखने को मिलता है। उन्होंने प्रकृति को भगवान की एक अभिव्यक्ति के रूप में देखा है।

7

मीराबाई की कविताओं में नारी विमर्श के तत्वों को कैसे देखा जा सकता है?

Hint

मीरा के जीवन और कविताओं में नारी के प्रति उनके दृष्टिकोण को देखें।

Solution

मीराबाई की कविताओं में नारी की स्वतंत्रता, आत्मनिर्भरता और आध्यात्मिक खोज के तत्व स्पष्ट रूप से देखने को मिलते हैं। उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से नारी की शक्ति और साहस को दर्शाया है।

8

मीराबाई के पदों में आध्यात्मिक और सांसारिक प्रेम के बीच का अंतर कैसे दिखाई देता है?

Hint

मीरा के पदों में प्रेम के दोनों रूपों के वर्णन को देखें।

Solution

मीराबाई के पदों में आध्यात्मिक प्रेम को सांसारिक प्रेम से ऊपर रखा गया है। उन्होंने कृष्ण के प्रति अपने प्रेम को सांसारिक प्रेम से अलग और पवित्र बताया है।

9

मीराबाई की कविताओं में संगीत और लय की भूमिका को समझाइए।

Hint

मीरा के पदों की संगीतात्मकता और उसके प्रभाव को देखें।

Solution

मीराबाई की कविताएँ संगीतमय और लयबद्ध हैं। उन्होंने अपने पदों को गाकर भक्ति भावना को और अधिक गहरा और प्रभावी बनाया है।

10

मीराबाई के पदों में दिखाई देने वाले भक्ति के विभिन्न रूपों का वर्णन कीजिए।

Hint

मीरा के पदों में भक्ति के विभिन्न रूपों और उनकी अभिव्यक्ति को देखें।

Solution

मीराबाई के पदों में भक्ति के विभिन्न रूप जैसे दास्य भाव, सख्य भाव और माधुर्य भाव देखने को मिलते हैं। उन्होंने अपने पदों में कृष्ण के साथ अपने संबंध को इन विभिन्न भावों के माध्यम से व्यक्त किया है।

मीरा – पद - Challenge Worksheet

Push your limits with complex, exam-level long-form questions.

The final worksheet presents challenging long-answer questions that test your depth of understanding and exam-readiness for मीरा – पद in Class X.

Challenge Worksheet

Challenge Worksheet

Advanced critical thinking

Test your mastery with complex questions that require critical analysis and reflection.

Questions

1

मीराबाई के जीवन में भक्ति भावना का क्या महत्व था? उनके पदों के माध्यम से इसकी व्याख्या कीजिए।

Hint

मीराबाई के जीवन की घटनाओं और उनके पदों के भावों को जोड़कर विचार करें।

Solution

मीराबाई के जीवन में भक्ति भावना का अत्यधिक महत्व था। उन्होंने सांसारिक सुखों को त्यागकर भगवान कृष्ण की भक्ति को अपना जीवन बना लिया। उनके पदों में भक्ति की गहन भावना देखने को मिलती है, जैसे कि 'गिरिधर नागर नागरिया' में वे कृष्ण के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करती हैं।

2

मीराबाई के पदों में भाषा की क्या विशेषताएँ हैं? उदाहरण सहित समझाइए।

Hint

मीराबाई के पदों में प्रयुक्त भाषा और उसके प्रभाव पर ध्यान दें।

Solution

मीराबाई के पदों में राजस्थानी, ब्रजभाषा और गुजराती भाषाओं का मिश्रण देखने को मिलता है। उनकी भाषा सरल yet भावपूर्ण है, जैसे कि 'म्हारो प्राण नाथ' पद में।

3

मीराबाई के पदों में कृष्ण के प्रति प्रेम की अभिव्यक्ति कैसे हुई है?

Hint

मीराबाई के पदों में कृष्ण के प्रति उनके व्यक्तिगत अनुभवों को देखें।

Solution

मीराबाई के पदों में कृष्ण के प्रति प्रेम की अभिव्यक्ति अत्यंत भावुक और व्यक्तिगत तरीके से हुई है। वे कृष्ण को अपने प्राणों से भी अधिक प्यारा मानती हैं, जैसे कि 'पायो जी मैंने राम रतन धन पायो' पद में।

4

मीराबाई के पदों में सामाजिक मान्यताओं की क्या भूमिका है?

Hint

मीराबाई के जीवन और उनके पदों में सामाजिक मान्यताओं के प्रति उनके दृष्टिकोण को समझें।

Solution

मीराबाई के पदों में सामाजिक मान्यताओं की भूमिका अप्रत्यक्ष है। उन्होंने सामाजिक बंधनों को तोड़कर भक्ति का मार्ग चुना, जैसे कि 'मैं तो चरणन लगी' पद में।

5

मीराबाई के पदों में नारी विमर्श के कौन-कौन से पहलू देखने को मिलते हैं?

Hint

मीराबाई के पदों में नारी की स्वतंत्रता और उसके संघर्ष को देखें।

Solution

मीराबाई के पदों में नारी विमर्श के पहलू उनकी स्वतंत्र सोच और भक्ति के माध्यम से देखने को मिलते हैं। वे पुरुष प्रधान समाज में अपनी भक्ति के लिए स्वतंत्रता चाहती हैं, जैसे कि 'मैं तो प्रेम दीवानी' पद में।

6

मीराबाई के पदों में प्रकृति का क्या स्थान है?

Hint

मीराबाई के पदों में प्रकृति के प्रति उनके भावों को समझें।

Solution

मीराबाई के पदों में प्रकृति का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे प्रकृति के माध्यम से कृष्ण के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करती हैं, जैसे कि 'बरसने लगे मेघा' पद में।

7

मीराबाई के पदों में दर्शन के कौन-कौन से तत्व मिलते हैं?

Hint

मीराबाई के पदों में दर्शन के विभिन्न तत्वों को खोजें।

Solution

मीराबाई के पदों में दर्शन के तत्व भक्ति योग और अद्वैतवाद के रूप में मिलते हैं। वे कृष्ण को सर्वोपरि मानती हैं, जैसे कि 'मैं तो चरणन लगी' पद में।

8

मीराबाई के पदों में संगीत का क्या महत्व है?

Hint

मीराबाई के पदों में संगीत के प्रभाव को समझें।

Solution

मीराबाई के पदों में संगीत का महत्व अत्यंत है। उनके पद संगीतमय हैं और भक्ति भावना को और अधिक गहरा बनाते हैं, जैसे कि 'म्हारो प्राण नाथ' पद में।

9

मीराबाई के पदों में समकालीन सामाजिक परिस्थितियों का क्या प्रभाव देखने को मिलता है?

Hint

मीराबाई के पदों में समकालीन सामाजिक परिस्थितियों के प्रति उनकी प्रतिक्रिया को समझें।

Solution

मीराबाई के पदों में समकालीन सामाजिक परिस्थितियों का प्रभाव उनकी भक्ति और सामाजिक मान्यताओं के प्रति उनके विद्रोह के रूप में देखने को मिलता है, जैसे कि 'मैं तो प्रेम दीवानी' पद में।

10

मीराबाई के पदों में आध्यात्मिकता का क्या स्थान है?

Hint

मीराबाई के पदों में आध्यात्मिकता के विभिन्न पहलुओं को खोजें।

Solution

मीराबाई के पदों में आध्यात्मिकता का स्थान केंद्रीय है। उनके पद आध्यात्मिक अनुभूतियों से भरे हुए हैं, जैसे कि 'पायो जी मैंने राम रतन धन पायो' पद में।

Chapters related to "मीरा – पद"

क–

कबीर – साखी

कबीर की साखियाँ जीवन के गहन सत्य और आध्यात्मिक ज्ञान को सरल और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करती हैं।

मग

मैथिलीशरण गुप्त – मानुषीता

मैथिलीशरण गुप्त की कविता 'मानुषीता' मानवता और नैतिक मूल्यों की महत्ता को उजागर करती है।

सप

सुमित्रानंदन पंत – परवत प्रदेश के पावस

This chapter explores the poetic beauty of Sumitranandan Pant's 'Parvat Pradesh Ke Pavas', capturing the essence of monsoon in the mountains through vivid imagery and emotions.

वड

वीरेन डंगवाल – तोप

This chapter explores the poem 'तोप' by वीरेन डंगवाल, delving into themes of war, peace, and the human condition through vivid imagery and poignant language.

Worksheet Levels Explained

This drawer provides information about the different levels of worksheets available in the app.

मीरा – पद Summary, Important Questions & Solutions | All Subjects

QB

Question Bank

W

Worksheet

RG

Revision Guide