Revision Guide
आदर्शप्रश्नपत्रम् एक प्रश्नपत्र है जो छात्रों को परीक्षा की तैयारी में मदद करता है।
आदर्शप्रश्नपत्रम् - Quick Look Revision Guide
Your 1-page summary of the most exam-relevant takeaways from Abhyaswaan Bhav - II.
This compact guide covers 20 must-know concepts from आदर्शप्रश्नपत्रम् aligned with Class X preparation for Sanskrit. Ideal for last-minute revision or daily review.
Key Points
अपठित: अनुच्ेर्: के लिए तैयारी।
अपठित अनुच्ेर् में दिए गए गद्यांश को ध्यान से पढ़कर प्रश्नों के उत्तर देना होता है। यह भाग छात्रों की समझ और भाषा ज्ञान की परख करता है।
रिनातमक-काय्णम के लिए पत्र लेखन।
इस भाग में छात्रों को विभिन्न स्थितियों के लिए पत्र लिखने होते हैं, जैसे अनुमति पत्र, शिकायत पत्र आदि। पत्र का प्रारूप और भाषा शैली महत्वपूर्ण है।
ठित्र वर्णन करने की कला।
दिए गए ठित्र को देखकर उसका वर्णन संस्कृत में करना होता है। यह छात्रों की कल्पना शक्ति और भाषा कौशल को दर्शाता है।
वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद।
हिंदी या अंग्रेजी वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद करना होता है। यह छात्रों के व्याकरण और शब्द भंडार की जांच करता है।
रेिा ठ�तपर्ाना ंका सही उत्तर।
दिए गए वाक्यों में रेिा ठ�तपर्ाना ंका सही उत्तर चुनना होता है। यह छात्रों की समझ और विश्लेषण क्षमता को परखता है।
समसतपर् ंठिित करना।
दिए गए वाक्यों को समसतपर् में बदलना होता है। यह छात्रों के व्याकरणिक ज्ञान को परखता है।
प्रकृठतप्रतययौ को पहचानना।
वाक्यों में प्रयुक्त प्रकृठतप्रतययौ को पहचानकर उनका विभाजन करना होता है। यह छात्रों के व्याकरणिक ज्ञान को दर्शाता है।
ठवक्पेभय: सही ठवक्प चुनना।
दिए गए विकल्पों में से सही ठवक्प चुनकर वाक्य को पूरा करना होता है। यह छात्रों की भाषा समझ को परखता है।
समयवािकान ंका संस्कृत में अनुवाद।
दिए गए समय को संस्कृत में लिखना होता है। यह छात्रों के संस्कृत भाषा के ज्ञान को दर्शाता है।
मञ्ूराप्रर्त्त-अव्ययपर्ै: वाक्य पूरा करना।
दिए गए अव्ययों का प्रयोग करके वाक्य को पूरा करना होता है। यह छात्रों के अव्यय ज्ञान को परखता है।
रेिा ठ�तपर् ंस ंशोध्य वाकया ठन ठिित करना।
दिए गए वाक्यों को शुद्ध करके लिखना होता है। यह छात्रों की भाषा की शुद्धता को दर्शाता है।
पठित-अवबोधनम के लिए गद्यांश पढ़कर उत्तर देना।
दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर देना होता है। यह छात्रों की समझ और विश्लेषण क्षमता को परखता है।
पदा ंश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर देना।
दिए गए पदांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर देना होता है। यह छात्रों की समझ और भाषा ज्ञान को दर्शाता है।
नाि्् या ंश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर देना।
दिए गए नाट्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर देना होता है। यह छात्रों की समझ और नाटकीय भाषा की जानकारी को परखता है।
प्रस�ान ंसार ंश ु द्म उत्तर ंठवक्पेभय: चुनना।
दिए गए प्रश्नों के लिए सही उत्तर विकल्पों में से चुनना होता है। यह छात्रों की समझ और विश्लेषण क्षमता को दर्शाता है।
शिोकयो: अन्वये ररकतसथानाठन प ू रयत।
दिए गए श्लोकों का अन्वय करके रिक्त स्थानों को पूरा करना होता है। यह छात्रों के श्लोक समझ और व्याकरणिक ज्ञान को परखता है।
शिोकसय भावाथदे समझना।
दिए गए श्लोक का भावार्थ समझकर उसे अपने शब्दों में लिखना होता है। यह छात्रों की समझ और अभिव्यक्ति क्षमता को दर्शाता है।
घिनारिमान ंसार ंवाकया ंठिित करना।
दिए गए वाक्यों को घटनाक्रम के अनुसार लिखना होता है। यह छात्रों की तार्किक क्षमता को परखता है।
प्रस�ान ंसार ंश ु द्म उत्तर ंचुनना।
दिए गए प्रश्नों के लिए सही उत्तर विकल्पों में से चुनना होता है। यह छात्रों की समझ और विश्लेषण क्षमता को दर्शाता है।
अधोठिठितवाकयाठन घिनारिमान ंसार ंठिित करना।
दिए गए वाक्यों को घटनाक्रम के अनुसार लिखना होता है। यह छात्रों की तार्किक क्षमता को परखता है।
अव्ययानि अविकारी शब्द होते हैं जो वाक्य में क्रिया, संज्ञा, सर्वनाम आदि के साथ प्रयुक्त होते हैं और उनका रूप नहीं बदलता।
समय: अध्याय में समय की अवधारणा, उसके मापन और दैनिक जीवन में इसके उपयोग के बारे में सीखें।
वाच्यम् अध्यायः क्रियायाः कर्तृ-कर्म-भावान् प्रकटयति, यत्र कर्तृवाच्यं, कर्मवाच्यं, भाववाच्यं च विवेच्यते।
अशुद्धिसंशोधना अध्याय में छात्रों को हिंदी भाषा में होने वाली सामान्य गलतियों को पहचानने और उन्हें सुधारने का तरीका सिखाया जाता है।
मिश्रिताभ्यासः अध्यायः विविधानां व्याकरणसम्बद्धानां प्रश्नानां सङ्ग्रहः अस्ति, यः छात्राणां संस्कृतभाषायाः ज्ञानं परीक्षयति।