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Class 10
Hindi
Kshitij - II
देव

Worksheet

द

Worksheet: देव

अध्याय 'देव' में कवि सुमित्रानंदन पंत द्वारा प्रकृति और ईश्वर के बीच के संबंध को काव्यात्मक रूप में प्रस्तुत किया गया है।

देव - Practice Worksheet

Strengthen your foundation with key concepts and basic applications.

This worksheet covers essential long-answer questions to help you build confidence in देव from Kshitij - II for Class X (Hindi).

Practice Worksheet

Practice Worksheet

Basic comprehension exercises

Strengthen your understanding with fundamental questions about the chapter.

Questions

1

कवि देव के जीवन और उनकी काव्य शैली के बारे में विस्तार से लिखिए।

Hint

कवि देव के जीवन और उनकी काव्य शैली के बारे में पाठ्यपुस्तक के पहले अध्याय में विस्तार से पढ़ें।

Solution

कवि देव का जन्म 1673 ईस्वी में हुआ था और वे ब्रजभाषा के प्रसिद्ध कवि थे। उनकी काव्य शैली में भक्ति और श्रृंगार रस की प्रधानता थी। देव ने अपनी रचनाओं में कृष्ण भक्ति को विशेष स्थान दिया है। उनकी कविताओं में ब्रजभाषा की मधुरता और सरलता देखने को मिलती है। देव ने 'देवचरित' और 'भ्रमरगीत' जैसी प्रसिद्ध रचनाएँ लिखी हैं। उनकी कविताएँ आज भी लोगों के दिलों में जगह बनाए हुए हैं। उनकी शैली में अलंकारों का सुंदर प्रयोग देखने को मिलता है। देव की कविताएँ भक्ति और प्रेम की अद्भुत मिशाल हैं।

2

देव की कविताओं में भक्ति और श्रृंगार रस का कैसे समन्वय देखने को मिलता है?

Hint

देव की कविताओं में भक्ति और श्रृंगार रस के समन्वय को समझने के लिए उनकी प्रमुख रचनाओं का अध्ययन करें।

Solution

देव की कविताओं में भक्ति और श्रृंगार रस का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है। उन्होंने कृष्ण भक्ति को श्रृंगार रस के माध्यम से व्यक्त किया है। उनकी कविताओं में राधा-कृष्ण के प्रेम का वर्णन भक्ति भावना के साथ किया गया है। देव ने श्रृंगार रस का प्रयोग करते हुए भी भक्ति की गहराई को दर्शाया है। उनकी रचनाओं में भक्ति और प्रेम का सुंदर मेल देखने को मिलता है। यह समन्वय उनकी कविताओं को विशेष बनाता है।

3

देव की कविताओं में प्रकृति का वर्णन किस प्रकार किया गया है?

Hint

देव की कविताओं में प्रकृति के वर्णन को समझने के लिए उनकी रचनाओं में वर्णित ऋतुओं और प्राकृतिक दृश्यों का अध्ययन करें।

Solution

देव की कविताओं में प्रकृति का वर्णन बहुत ही सुंदर और मनोहारी ढंग से किया गया है। उन्होंने प्रकृति को कृष्ण के प्रेम और भक्ति का साक्षी बताया है। उनकी कविताओं में वसंत, बरसात और शरद ऋतु का विशेष वर्णन मिलता है। देव ने प्रकृति के माध्यम से भक्ति भावना को और भी गहरा बनाया है। उनकी कविताओं में प्रकृति का हर एक अंग कृष्ण के प्रेम में डूबा हुआ प्रतीत होता है।

4

देव की कविताओं में अलंकारों का प्रयोग किस प्रकार किया गया है?

Hint

देव की कविताओं में अलंकारों के प्रयोग को समझने के लिए उनकी रचनाओं में प्रयुक्त अलंकारों का विश्लेषण करें।

Solution

देव की कविताओं में अलंकारों का प्रयोग बहुत ही सुंदर और प्रभावी ढंग से किया गया है। उन्होंने उपमा, रूपक, अनुप्रास और यमक जैसे अलंकारों का प्रयोग किया है। इन अलंकारों के माध्यम से उन्होंने अपनी कविताओं को और भी मधुर और आकर्षक बनाया है। देव की कविताओं में अलंकारों का प्रयोग भक्ति और श्रृंगार रस को और भी गहरा बनाता है। उनकी कविताओं में अलंकारों का प्रयोग उनकी काव्य शैली की एक विशेषता है।

5

देव की कविताओं में ब्रजभाषा की क्या विशेषताएँ हैं?

Hint

देव की कविताओं में ब्रजभाषा की विशेषताओं को समझने के लिए उनकी रचनाओं का गहन अध्ययन करें।

Solution

देव की कविताओं में ब्रजभाषा की मधुरता और सरलता देखने को मिलती है। ब्रजभाषा में लिखी गई उनकी कविताएँ भक्ति और प्रेम की अद्भुत अभिव्यक्ति हैं। देव ने ब्रजभाषा का प्रयोग करते हुए अपनी कविताओं को जन-जन तक पहुँचाया है। उनकी कविताओं में ब्रजभाषा की मिठास और लालित्य स्पष्ट देखने को मिलता है। ब्रजभाषा के माध्यम से देव ने अपनी भक्ति भावना को और भी गहरा बनाया है।

6

देव की कविताओं में कृष्ण भक्ति का क्या महत्व है?

Hint

देव की कविताओं में कृष्ण भक्ति के महत्व को समझने के लिए उनकी भक्ति संबंधी रचनाओं का अध्ययन करें।

Solution

देव की कविताओं में कृष्ण भक्ति का विशेष महत्व है। उन्होंने अपनी कविताओं में कृष्ण के प्रेम और भक्ति को मुख्य विषय बनाया है। देव की कविताओं में कृष्ण भक्ति की गहराई और उसकी महत्ता स्पष्ट देखने को मिलती है। उन्होंने कृष्ण को अपना सर्वस्व माना है और उनकी भक्ति को ही अपनी कविताओं का आधार बनाया है। देव की कविताओं में कृष्ण भक्ति का वर्णन बहुत ही मार्मिक और हृदयस्पर्शी ढंग से किया गया है।

7

देव की कविताओं में नायिका भेद किस प्रकार देखने को मिलता है?

Hint

देव की कविताओं में नायिका भेद को समझने के लिए उनकी रचनाओं में वर्णित नायिकाओं का विश्लेषण करें।

Solution

देव की कविताओं में नायिका भेद का सुंदर वर्णन देखने को मिलता है। उन्होंने अपनी कविताओं में विभिन्न प्रकार की नायिकाओं का वर्णन किया है। देव ने नायिकाओं के माध्यम से प्रेम और भक्ति के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया है। उनकी कविताओं में नायिका के विरह और मिलन का वर्णन बहुत ही मार्मिक ढंग से किया गया है। देव की कविताओं में नायिका भेद उनकी काव्य शैली की एक विशेषता है।

8

देव की कविताओं में रसों का प्रयोग किस प्रकार किया गया है?

Hint

देव की कविताओं में रसों के प्रयोग को समझने के लिए उनकी रचनाओं में प्रयुक्त रसों का विश्लेषण करें।

Solution

देव की कविताओं में विभिन्न रसों का प्रयोग बहुत ही सुंदर ढंग से किया गया है। उन्होंने भक्ति रस, श्रृंगार रस, करुण रस और हास्य रस का प्रयोग किया है। देव की कविताओं में रसों का प्रयोग उनकी भक्ति और प्रेम की अभिव्यक्ति को और भी गहरा बनाता है। उनकी कविताओं में रसों का प्रयोग उनकी काव्य शैली की एक विशेषता है।

9

देव की कविताओं का समाज पर क्या प्रभाव पड़ा?

Hint

देव की कविताओं के समाज पर प्रभाव को समझने के लिए उनकी रचनाओं और उनके समय के सामाजिक परिदृश्य का अध्ययन करें।

Solution

देव की कविताओं का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ा। उनकी कविताओं ने लोगों के दिलों में भक्ति और प्रेम की भावना जगाई। देव की कविताएँ आज भी लोगों को प्रेरणा देती हैं। उनकी कविताओं ने समाज में भक्ति और प्रेम की अलख जगाई। देव की कविताओं का प्रभाव आज भी देखने को मिलता है।

10

देव की कविताओं की भाषा शैली क्या है?

Hint

देव की कविताओं की भाषा शैली को समझने के लिए उनकी रचनाओं का गहन अध्ययन करें।

Solution

देव की कविताओं की भाषा शैली बहुत ही मधुर और सरल है। उन्होंने ब्रजभाषा का प्रयोग करते हुए अपनी कविताओं को जन-जन तक पहुँचाया है। देव की कविताओं में भाषा की मिठास और लालित्य स्पष्ट देखने को मिलता है। उनकी भाषा शैली उनकी काव्य शैली की एक विशेषता है।

📖 PYQs Made Easy

Solve previous year CBSE questions to prepare like a topper.

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देव - Mastery Worksheet

Advance your understanding through integrative and tricky questions.

This worksheet challenges you with deeper, multi-concept long-answer questions from देव to prepare for higher-weightage questions in Class X.

Mastery Worksheet

Mastery Worksheet

Intermediate analysis exercises

Deepen your understanding with analytical questions about themes and characters.

Questions

1

देव के काव्य की विशेषताओं को समझाइए और उनकी तुलना रीतिकाल के अन्य कवियों से कीजिए।

Hint

देव के काव्य की विशेषताओं को सूचीबद्ध करें और फिर रीतिकाल के अन्य कवियों से तुलना करें।

Solution

देव के काव्य की मुख्य विशेषताएँ श्रृंगार रस की प्रधानता, अलंकारों का सुंदर प्रयोग और भाषा की मधुरता हैं। रीतिकाल के अन्य कवियों जैसे बिहारी और केशवदास से तुलना करने पर देव का काव्य अधिक लालित्यपूर्ण और भावप्रधान है।

2

देव के काव्य में प्रकृति चित्रण की विशेषताएँ बताइए और उनका महत्व समझाइए।

Hint

प्रकृति चित्रण के उदाहरणों को ध्यान में रखते हुए उनकी विशेषताएँ बताएँ।

Solution

देव के काव्य में प्रकृति चित्रण बहुत ही सजीव और मनोहारी है। उन्होंने प्रकृति को मानवीय भावनाओं से जोड़कर प्रस्तुत किया है, जो उनके काव्य को विशेष बनाता है।

3

देव के काव्य में नायिका भेद की अवधारणा को समझाइए और उसका महत्व बताइए।

Hint

नायिका भेद के प्रकारों को सूचीबद्ध करें और उनके महत्व को समझाएँ।

Solution

देव के काव्य में नायिका भेद की अवधारणा बहुत ही स्पष्ट है। उन्होंने विभिन्न प्रकार की नायिकाओं का वर्णन किया है, जो उनके काव्य की विविधता को दर्शाता है।

4

देव के काव्य में अलंकारों के प्रयोग की विशेषताएँ बताइए और उनका उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।

Hint

विभिन्न अलंकारों के उदाहरणों को ध्यान में रखते हुए उनकी विशेषताएँ बताएँ।

Solution

देव के काव्य में अलंकारों का प्रयोग बहुत ही सुंदर और प्रभावी है। उन्होंने उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा आदि अलंकारों का सुंदर प्रयोग किया है।

5

देव के काव्य और भक्ति काव्य में अंतर स्पष्ट कीजिए।

Hint

दोनों प्रकार के काव्य की मुख्य विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए अंतर स्पष्ट करें।

Solution

देव का काव्य श्रृंगार प्रधान है, जबकि भक्ति काव्य भक्ति और आध्यात्मिकता पर केंद्रित है। देव के काव्य में भाषा की मधुरता और अलंकारों का प्रयोग है, जबकि भक्ति काव्य में सरल और भावप्रधान भाषा का प्रयोग है।

6

देव के काव्य में श्रृंगार रस की प्रधानता को समझाइए और उसका महत्व बताइए।

Hint

श्रृंगार रस के उदाहरणों को ध्यान में रखते हुए उसकी प्रधानता को समझाएँ।

Solution

देव के काव्य में श्रृंगार रस की प्रधानता है। उन्होंने श्रृंगार के विभिन्न पहलुओं को बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया है, जो उनके काव्य को विशेष बनाता है।

7

देव के काव्य में भाषा और शैली की विशेषताएँ बताइए।

Hint

भाषा और शैली की विशेषताओं को सूचीबद्ध करें।

Solution

देव के काव्य में भाषा बहुत ही मधुर और सुंदर है। उनकी शैली अलंकारयुक्त और भावप्रधान है, जो उनके काव्य को विशेष बनाती है।

8

देव के काव्य की समाज में प्रासंगिकता को समझाइए।

Hint

देव के काव्य में प्रस्तुत भावनाओं और मूल्यों को ध्यान में रखते हुए उसकी प्रासंगिकता को समझाएँ।

Solution

देव के काव्य की समाज में प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है। उनके काव्य में प्रस्तुत भावनाएँ और मूल्य आज भी लोगों को प्रभावित करते हैं।

9

देव के काव्य और आधुनिक हिंदी काव्य में अंतर स्पष्ट कीजिए।

Hint

दोनों प्रकार के काव्य की मुख्य विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए अंतर स्पष्ट करें।

Solution

देव का काव्य श्रृंगार और अलंकार प्रधान है, जबकि आधुनिक हिंदी काव्य विचार और यथार्थ प्रधान है। देव के काव्य में भाषा की मधुरता है, जबकि आधुनिक काव्य में भाषा सरल और स्पष्ट है।

10

देव के काव्य का हिंदी साहित्य में योगदान समझाइए।

Hint

देव के काव्य की विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए उसके योगदान को समझाएँ।

Solution

देव के काव्य ने हिंदी साहित्य को श्रृंगार रस और अलंकारों की दृष्टि से समृद्ध किया है। उनके काव्य ने हिंदी साहित्य को एक नई दिशा दी है।

देव - Challenge Worksheet

Push your limits with complex, exam-level long-form questions.

The final worksheet presents challenging long-answer questions that test your depth of understanding and exam-readiness for देव in Class X.

Challenge Worksheet

Challenge Worksheet

Advanced critical thinking

Test your mastery with complex questions that require critical analysis and reflection.

Questions

1

कवि देव के अनुसार 'देव' शब्द का क्या अर्थ है? इसकी व्याख्या करें और समकालीन संदर्भ में इसकी प्रासंगिकता पर चर्चा करें।

Hint

कवि के दृष्टिकोण और आधुनिक समय में धर्म की भूमिका पर विचार करें।

Solution

कवि देव के अनुसार 'देव' शब्द का अर्थ है ईश्वर या दिव्य शक्ति। यह व्याख्या आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संदर्भ में की जा सकती है। समकालीन संदर्भ में, इसकी प्रासंगिकता धार्मिक विश्वासों और सामाजिक मूल्यों के संरक्षण में देखी जा सकती है।

2

देव की कविताओं में प्रकृति का चित्रण किस प्रकार किया गया है? इसके महत्व और प्रभाव का विश्लेषण करें।

Hint

प्रकृति और मानवीय भावनाओं के बीच के संबंध पर ध्यान दें।

Solution

देव की कविताओं में प्रकृति को एक जीवंत और सजीव इकाई के रूप में चित्रित किया गया है। यह चित्रण मानवीय भावनाओं और प्रकृति के बीच एक गहरा संबंध दर्शाता है। इसका महत्व पर्यावरणीय जागरूकता और सौंदर्यबोध में देखा जा सकता है।

3

देव की कविताओं में नैतिक मूल्यों की अभिव्यक्ति कैसे होती है? उदाहरण सहित समझाएं।

Hint

कविता में प्रयुक्त प्रतीकों और उनके नैतिक संदेशों पर विचार करें।

Solution

देव की कविताओं में नैतिक मूल्यों की अभिव्यक्ति प्रतीकों और उदाहरणों के माध्यम से होती है। उदाहरण के लिए, 'देव' कविता में ईश्वर की महिमा के माध्यम से सत्य और धर्म की महत्ता को दर्शाया गया है।

4

देव की कविताओं में आध्यात्मिकता और भक्ति भावना का क्या स्थान है? विस्तार से बताएं।

Hint

कवि की आध्यात्मिक यात्रा और उसकी अभिव्यक्ति पर ध्यान दें।

Solution

देव की कविताओं में आध्यात्मिकता और भक्ति भावना केंद्रीय स्थान रखती है। यह भावना ईश्वर के प्रति समर्पण और आत्मिक शांति की खोज को दर्शाती है। उदाहरण के लिए, 'देव' कविता में कवि ईश्वर की महिमा का गुणगान करता है।

5

देव की कविताओं में समाजिक समस्याओं का उल्लेख किस प्रकार किया गया है? इसकी विवेचना करें।

Hint

कविता के अंतर्निहित संदेशों और सामाजिक संदर्भों पर विचार करें।

Solution

देव की कविताओं में समाजिक समस्याओं का उल्लेख प्रतीकात्मक और अप्रत्यक्ष रूप से किया गया है। उदाहरण के लिए, धर्म और नैतिकता के माध्यम से सामाजिक विषमताओं को दर्शाया गया है।

6

देव की कविताओं की भाषा और शैली की विशेषताएं क्या हैं? उदाहरण सहित समझाएं।

Hint

भाषा की सरलता और शैली की विशिष्टता पर ध्यान दें।

Solution

देव की कविताओं की भाषा सरल और प्रवाहमय है, जबकि शैली में आध्यात्मिक और भक्ति तत्व प्रमुख हैं। उदाहरण के लिए, 'देव' कविता में संस्कृतनिष्ठ शब्दों का प्रयोग और भक्ति रस की अभिव्यक्ति देखी जा सकती है।

7

देव की कविताओं में मानवीय संवेदनाओं का चित्रण किस प्रकार किया गया है? विस्तार से बताएं।

Hint

कविता में व्यक्त भावनाओं और उनकी अभिव्यक्ति के तरीकों पर विचार करें।

Solution

देव की कविताओं में मानवीय संवेदनाओं का चित्रण गहरी भावुकता और सूक्ष्म अवलोकन के माध्यम से किया गया है। उदाहरण के लिए, प्रेम, भक्ति, और दुख जैसी भावनाओं को कविताओं में सजीव रूप से व्यक्त किया गया है।

8

देव की कविताओं में प्रयुक्त अलंकारों की विवेचना करें और उनके प्रभाव का विश्लेषण करें।

Hint

अलंकारों की पहचान और उनके काव्यात्मक प्रभाव पर ध्यान दें।

Solution

देव की कविताओं में उपमा, रूपक, और अनुप्रास जैसे अलंकारों का प्रयोग किया गया है। ये अलंकार कविता की सौंदर्यात्मक और भावात्मक गहराई को बढ़ाते हैं। उदाहरण के लिए, 'देव' कविता में अनुप्रास अलंकार का प्रयोग देखा जा सकता है।

9

देव की कविताओं में ऐतिहासिक और पौराणिक संदर्भों का क्या महत्व है? उदाहरण सहित समझाएं।

Hint

कविता में प्रयुक्त ऐतिहासिक और पौराणिक तत्वों और उनके प्रभाव पर विचार करें।

Solution

देव की कविताओं में ऐतिहासिक और पौराणिक संदर्भों का प्रयोग कविता की गहराई और समृद्धि को बढ़ाने के लिए किया गया है। उदाहरण के लिए, 'देव' कविता में पौराणिक देवताओं का उल्लेख कविता के आध्यात्मिक संदेश को सशक्त बनाता है।

10

देव की कविताओं का आधुनिक युग में क्या महत्व है? इसकी विवेचना करें।

Hint

कविताओं के शाश्वत संदेश और आधुनिक समय में उनकी उपयोगिता पर विचार करें।

Solution

देव की कविताओं का आधुनिक युग में महत्व उनकी सार्वभौमिक और शाश्वत भावनाओं और मूल्यों के कारण है। ये कविताएं आध्यात्मिकता, नैतिकता, और मानवीय संवेदनाओं की अभिव्यक्ति के माध्यम से आज भी प्रासंगिक हैं।

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सूरदास अध्याय में भक्ति कवि सूरदास के जीवन और उनकी कृष्ण भक्ति पर आधारित कविताओं का अध्ययन किया जाता है।

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