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सीताराम सेकसरिया – डायरी का एक...

Worksheet

सीताराम सेकसरिया – डायरी का एक पन्ना

Worksheet

सीताराम सेकसरिया – डायरी का एक पन्ना

इस अध्याय में सीताराम सेकसरिया द्वारा लिखी गई डायरी के एक पन्ने के माध्यम से उनके जीवन के अनुभवों और विचारों को जानने का अवसर मिलता है।

सीताराम सेकसरिया – डायरी का एक पन्ना - Practice Worksheet

Strengthen your foundation with key concepts and basic applications.

This worksheet covers essential long-answer questions to help you build confidence in सीताराम सेकसरिया – डायरी का एक पन्ना from Sparsh for Class X (Hindi).

Practice Worksheet

Practice Worksheet

Basic comprehension exercises

Strengthen your understanding with fundamental questions about the chapter.

Questions

1

सीताराम सेकसरिया की डायरी के एक पन्ने में 26 जनवरी 1931 के दिन की घटनाओं का वर्णन किस प्रकार किया गया है?

Hint

डायरी के इस पन्ने में लेखक ने 26 जनवरी 1931 के दिन की घटनाओं को अपने अनुभवों के आधार पर वर्णित किया है।

Solution

सीताराम सेकसरिया की डायरी के एक पन्ने में 26 जनवरी 1931 के दिन की घटनाओं का वर्णन बहुत ही विस्तार से किया गया है। इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया गया था और लोगों ने बड़े उत्साह के साथ इसमें भाग लिया। डायरी में बताया गया है कि कैसे लोगों ने अपने घरों और सार्वजनिक स्थानों पर राष्ट्रीय झंडा फहराया। पुलिस ने भी इस आयोजन को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए, लेकिन लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। डायरी में इस दिन की घटनाओं का वर्णन करते हुए लेखक ने लोगों के जोश और देशभक्ति की भावना को उजागर किया है।

2

सुभाष चंद्र बोस के जुलूस में महिलाओं की क्या भूमिका थी?

Hint

डायरी में सुभाष चंद्र बोस के जुलूस में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी का वर्णन किया गया है।

Solution

सुभाष चंद्र बोस के जुलूस में महिलाओं की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण थी। महिलाओं ने इस जुलूस में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी देशभक्ति का परिचय दिया। डायरी में बताया गया है कि कैसे महिलाओं ने जुलूस का नेतृत्व किया और पुलिस की रोक-टोक के बावजूद आगे बढ़ती रहीं। महिलाओं ने इस जुलूस के माध्यम से यह साबित किया कि वे भी देश की आजादी के लिए किसी से पीछे नहीं हैं। उनकी इस साहसिक भूमिका ने समाज में एक नई चेतना का संचार किया।

3

26 जनवरी 1931 के दिन को अमर बनाने के लिए क्या-क्या तैयारियां की गई थीं?

Hint

डायरी में 26 जनवरी 1931 के दिन की तैयारियों और घटनाओं का विस्तार से वर्णन किया गया है।

Solution

26 जनवरी 1931 के दिन को अमर बनाने के लिए कई तैयारियां की गई थीं। लोगों ने अपने घरों और सार्वजनिक स्थानों पर राष्ट्रीय झंडा फहराया। शहर के विभिन्न हिस्सों में झंडे लगाए गए और सजावट की गई। पुलिस ने भी इस आयोजन को रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए थे, लेकिन लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। डायरी में बताया गया है कि कैसे लोगों ने इस दिन को यादगार बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया। इस दिन की घटनाओं ने लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना को और मजबूत किया।

4

पुलिस द्वारा जुलूस को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए?

Hint

डायरी में पुलिस द्वारा जुलूस को रोकने के लिए उठाए गए कदमों का वर्णन किया गया है।

Solution

पुलिस द्वारा जुलूस को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए। पुलिस ने शहर के विभिन्न हिस्सों में अपनी तैनाती बढ़ा दी और लोगों को जुलूस में शामिल होने से रोकने का प्रयास किया। पुलिस ने कई स्थानों पर बैरिकेड्स लगाए और लोगों को गिरफ्तार भी किया। डायरी में बताया गया है कि कैसे पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कई लोगों को घायल भी किया। पुलिस के इन कदमों के बावजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ और वे जुलूस में शामिल होते रहे।

5

सीताराम सेकसरिया की डायरी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

Hint

डायरी में वर्णित घटनाओं से हमें देशभक्ति और साहस की शिक्षा मिलती है।

Solution

सीताराम सेकसरिया की डायरी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि देश की आजादी के लिए लोगों ने कितना बलिदान दिया था। डायरी में बताया गया है कि कैसे लोगों ने अपनी जान की परवाह किए बिना स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। इस डायरी से हमें यह भी शिक्षा मिलती है कि एकजुट होकर किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। डायरी में वर्णित घटनाएं हमें देशभक्ति और साहस की प्रेरणा देती हैं। यह डायरी हमारे इतिहास का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो हमें अपने अतीत से जोड़ता है।

6

26 जनवरी 1931 के दिन कलकत्ता के लोगों ने किस प्रकार स्वतंत्रता दिवस मनाया?

Hint

डायरी में 26 जनवरी 1931 के दिन कलकत्ता के लोगों द्वारा स्वतंत्रता दिवस मनाए जाने का वर्णन किया गया है।

Solution

26 जनवरी 1931 के दिन कलकत्ता के लोगों ने बड़े उत्साह के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया। लोगों ने अपने घरों और सार्वजनिक स्थानों पर राष्ट्रीय झंडा फहराया और जुलूस निकाला। डायरी में बताया गया है कि कैसे लोगों ने इस दिन को यादगार बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया। शहर के विभिन्न हिस्सों में झंडे लगाए गए और सजावट की गई। लोगों ने इस दिन को अपनी देशभक्ति का प्रतीक बनाया और स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।

7

सुभाष चंद्र बोस के जुलूस में पुलिस की क्या प्रतिक्रिया थी?

Hint

डायरी में सुभाष चंद्र बोस के जुलूस में पुलिस की कड़ी प्रतिक्रिया का वर्णन किया गया है।

Solution

सुभाष चंद्र बोस के जुलूस में पुलिस की प्रतिक्रिया बहुत ही कड़ी थी। पुलिस ने जुलूस को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया। डायरी में बताया गया है कि कैसे पुलिस ने महिलाओं और पुरुषों पर बिना किसी भेदभाव के लाठियां बरसाईं। पुलिस की इस कार्रवाई के बावजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ और वे जुलूस में शामिल होते रहे। पुलिस की यह प्रतिक्रिया दर्शाती है कि अंग्रेज सरकार स्वतंत्रता आंदोलन को किसी भी कीमत पर रोकना चाहती थी।

8

डायरी के इस पन्ने में लेखक ने अपने अनुभवों को किस प्रकार वर्णित किया है?

Hint

डायरी में लेखक ने अपने अनुभवों को बहुत ही विस्तार और सजीवता से वर्णित किया है।

Solution

डायरी के इस पन्ने में लेखक ने अपने अनुभवों को बहुत ही विस्तार से वर्णित किया है। लेखक ने 26 जनवरी 1931 के दिन की घटनाओं को अपनी आंखों से देखा और उसे डायरी में दर्ज किया। लेखक ने लोगों के जोश और देशभक्ति की भावना को बहुत ही सजीव तरीके से वर्णित किया है। डायरी में लेखक ने पुलिस की कार्रवाई और लोगों की प्रतिक्रिया का भी विस्तार से वर्णन किया है। लेखक के अनुभवों से पता चलता है कि उस समय के लोगों में देशभक्ति की भावना कितनी प्रबल थी।

9

26 जनवरी 1931 के दिन की घटनाओं ने लोगों को किस प्रकार प्रभावित किया?

Hint

डायरी में 26 जनवरी 1931 के दिन की घटनाओं के लोगों पर पड़े प्रभाव का वर्णन किया गया है।

Solution

26 जनवरी 1931 के दिन की घटनाओं ने लोगों को बहुत ही गहराई से प्रभावित किया। इस दिन लोगों ने स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया और अपनी देशभक्ति का परिचय दिया। डायरी में बताया गया है कि कैसे लोगों ने पुलिस की कार्रवाई के बावजूद जुलूस में भाग लिया। इस दिन की घटनाओं ने लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना को और मजबूत किया। लोगों ने यह अनुभव किया कि एकजुट होकर वे किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। इस दिन की घटनाएं लोगों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गईं।

10

सीताराम सेकसरिया की डायरी का ऐतिहासिक महत्व क्या है?

Hint

डायरी का ऐतिहासिक महत्व इसके प्रामाणिक और विस्तृत वर्णन में निहित है।

Solution

सीताराम सेकसरिया की डायरी का ऐतिहासिक महत्व बहुत अधिक है। यह डायरी स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान की घटनाओं का एक प्रामाणिक दस्तावेज है। डायरी में वर्णित घटनाएं हमें उस समय के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य को समझने में मदद करती हैं। इस डायरी से हमें यह भी पता चलता है कि कैसे लोगों ने अपनी जान की परवाह किए बिना स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। यह डायरी हमारे इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो हमें अपने अतीत से जोड़ता है और देशभक्ति की भावना को प्रेरित करता है।

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सीताराम सेकसरिया – डायरी का एक पन्ना - Mastery Worksheet

Advance your understanding through integrative and tricky questions.

This worksheet challenges you with deeper, multi-concept long-answer questions from सीताराम सेकसरिया – डायरी का एक पन्ना to prepare for higher-weightage questions in Class X.

Mastery Worksheet

Mastery Worksheet

Intermediate analysis exercises

Deepen your understanding with analytical questions about themes and characters.

Questions

1

सीताराम सेकसरिया के जीवन और उनके योगदान का वर्णन करें।

Hint

उनके जीवन के प्रमुख पहलुओं और स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान पर ध्यान दें।

Solution

सीताराम सेकसरिया का जन्म 1892 में राजस्थान के नोयलगढ़ में हुआ था। उन्होंने अपना अधिकांश जीवन कोलकाता में बिताया। वे एक व्यापारी और समाजसेवी थे, जिन्होंने साहित्यिक, सांस्कृतिक और महिला शिक्षा संस्थानों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने महात्मा गांधी के आह्वान पर स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और कई बार जेल यात्रा की। 1962 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया।

2

26 जनवरी 1931 को कोलकाता में क्या घटना घटी थी? इसका महत्व बताइए।

Hint

इस दिन की घटनाओं और उसके राष्ट्रीय महत्व पर ध्यान दें।

Solution

26 जनवरी 1931 को कोलकाता में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था। इस दिन लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सार्वजनिक स्थानों को सजाया। पुलिस ने कड़ी निगरानी रखी और कई लोगों को गिरफ्तार किया। यह दिन इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि यह भारतीयों के स्वतंत्रता के प्रति संकल्प को दर्शाता था।

3

सुभाष चंद्र बोस के तूफानी दल की भूमिका का वर्णन करें।

Hint

तूफानी दल के कार्यों और उनके प्रभाव पर ध्यान दें।

Solution

सुभाष चंद्र बोस के तूफानी दल ने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। इस दल के सदस्यों ने जनता को जागरूक किया और अंग्रेजों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। 26 जनवरी 1931 को कोलकाता में हुए कार्यक्रम में इस दल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे अपने मिशन में सफल रहे।

4

महिलाओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में क्या योगदान दिया?

Hint

महिलाओं की सक्रियता और उनके संघर्ष पर ध्यान दें।

Solution

महिलाओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने जुलूस निकाले, ध्वज फहराए और अंग्रेजों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। 26 जनवरी 1931 को कोलकाता में कई महिलाओं को गिरफ्तार किया गया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उनका योगदान स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण था।

5

पुलिस की भूमिका और उनके कार्यों का विश्लेषण करें।

Hint

पुलिस के कार्यों और उनके प्रभाव पर ध्यान दें।

Solution

पुलिस ने 26 जनवरी 1931 को कोलकाता में कड़ी निगरानी रखी। उन्होंने जुलूस और सभाओं को रोकने की कोशिश की और कई लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने हिंसक तरीकों का भी इस्तेमाल किया, जिससे कई लोग घायल हो गए। उनकी भूमिका स्वतंत्रता आंदोलन को दबाने की थी, लेकिन यह आंदोलन और मजबूत हो गया।

6

सीताराम सेकसरिया की डायरी के इस पन्ने से हमें क्या सीख मिलती है?

Hint

डायरी के महत्व और उससे मिलने वाली सीख पर ध्यान दें।

Solution

सीताराम सेकसरिया की डायरी के इस पन्ने से हमें स्वतंत्रता आंदोलन की महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में जानकारी मिलती है। यह हमें देशभक्ति, साहस और संघर्ष की प्रेरणा देता है। इससे हमें यह भी पता चलता है कि कैसे आम लोगों ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया।

7

26 जनवरी 1931 की घटनाओं का वर्णन करें और उनका महत्व बताइए।

Hint

घटनाओं के विवरण और उनके राष्ट्रीय महत्व पर ध्यान दें।

Solution

26 जनवरी 1931 को कोलकाता में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था। लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सार्वजनिक स्थानों को सजाया। पुलिस ने कड़ी निगरानी रखी और कई लोगों को गिरफ्तार किया। यह दिन इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि यह भारतीयों के स्वतंत्रता के प्रति संकल्प को दर्शाता था। इस दिन की घटनाओं ने स्वतंत्रता आंदोलन को और मजबूत किया।

8

स्वतंत्रता आंदोलन में कोलकाता की भूमिका का वर्णन करें।

Hint

कोलकाता के योगदान और उसके प्रभाव पर ध्यान दें।

Solution

कोलकाता ने स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यहां के लोगों ने जुलूस, सभाएं और विरोध प्रदर्शन किए। 26 जनवरी 1931 को यहां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। कोलकाता के लोगों का संघर्ष और बलिदान स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूती प्रदान करने में सहायक था।

9

सीताराम सेकसरिया की डायरी के इस पन्ने से हमें क्या जानकारी मिलती है?

Hint

डायरी में वर्णित घटनाओं और उनके महत्व पर ध्यान दें।

Solution

सीताराम सेकसरिया की डायरी के इस पन्ने से हमें 26 जनवरी 1931 को कोलकाता में हुई घटनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी मिलती है। इसमें लोगों के उत्साह, पुलिस की कार्रवाई और महिलाओं की भागीदारी का वर्णन है। यह डायरी स्वतंत्रता आंदोलन की एक झलक प्रस्तुत करती है।

10

स्वतंत्रता आंदोलन में युवाओं की भूमिका का वर्णन करें।

Hint

युवाओं की सक्रियता और उनके संघर्ष पर ध्यान दें।

Solution

युवाओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने जुलूस निकाले, ध्वज फहराए और अंग्रेजों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। 26 जनवरी 1931 को कोलकाता में कई युवाओं को गिरफ्तार किया गया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उनका योगदान स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण था।

सीताराम सेकसरिया – डायरी का एक पन्ना - Challenge Worksheet

Push your limits with complex, exam-level long-form questions.

The final worksheet presents challenging long-answer questions that test your depth of understanding and exam-readiness for सीताराम सेकसरिया – डायरी का एक पन्ना in Class X.

Challenge Worksheet

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Advanced critical thinking

Test your mastery with complex questions that require critical analysis and reflection.

Questions

1

सीताराम सेकसरिया के जीवन और उनके योगदान का मूल्यांकन करें, जैसा कि इस अध्याय में वर्णित है।

Hint

उनके द्वारा स्थापित संस्थाओं और स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका पर विचार करें।

Solution

सीताराम सेकसरिया का जीवन स्वाधीनता संग्राम और सामाजिक सुधारों के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। उन्होंने शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के लिए कई संस्थाओं की स्थापना की। उनका योगदान न केवल स्वतंत्रता आंदोलन में बल्कि समाज के उत्थान में भी महत्वपूर्ण था।

2

26 जनवरी 1931 के दिन को 'अमर दिन' क्यों कहा गया है? इस दिन की घटनाओं का विश्लेषण करें।

Hint

इस दिन के ऐतिहासिक महत्व और लोगों की भागीदारी पर ध्यान दें।

Solution

26 जनवरी 1931 को 'अमर दिन' इसलिए कहा गया क्योंकि इस दिन पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था और लोगों ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शित किया था। इस दिन की घटनाएं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुईं।

3

सुभाष चंद्र बोस के तूफानी दल की भूमिका और उसके प्रभाव का विश्लेषण करें।

Hint

तूफानी दल के गठन, उद्देश्य और उसकी गतिविधियों पर विचार करें।

Solution

सुभाष चंद्र बोस के तूफानी दल ने स्वतंत्रता आंदोलन में एक सक्रिय भूमिका निभाई। इस दल ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ जनजागरण किया और लोगों को संघर्ष के लिए प्रेरित किया। इसका प्रभाव यह हुआ कि अधिक से अधिक लोग आंदोलन से जुड़े और स्वतंत्रता की लड़ाई को मजबूती मिली।

4

महिलाओं की स्वतंत्रता आंदोलन में भागीदारी और उनके योगदान का मूल्यांकन करें।

Hint

महिलाओं द्वारा किए गए विभिन्न प्रकार के योगदानों पर ध्यान दें।

Solution

महिलाओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने न केवल प्रदर्शनों में भाग लिया बल्कि जेल यातनाएं भी सहीं। उनकी भागीदारी ने आंदोलन को एक नया आयाम दिया और समाज में महिलाओं की भूमिका को मजबूत किया।

5

पुलिस की भूमिका और उसके कार्यों का विश्लेषण करें, जैसा कि इस अध्याय में वर्णित है।

Hint

पुलिस की कार्रवाई के तरीकों और उसके परिणामों पर विचार करें।

Solution

पुलिस ने इस अध्याय में ब्रिटिश सरकार के आदेशों का पालन करते हुए कड़ी कार्रवाई की। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को रोकने और जेल भेजने का काम किया। हालांकि, उनकी कार्रवाई अक्सर हिंसक होती थी, जिससे आंदोलन और तेज हो जाता था।

6

26 जनवरी 1931 के दिन की घटनाओं को 'अभूतपूर्व' क्यों कहा गया है?

Hint

इस दिन की विशेषताओं और उसके ऐतिहासिक महत्व पर ध्यान दें।

Solution

26 जनवरी 1931 के दिन की घटनाओं को 'अभूतपूर्व' इसलिए कहा गया क्योंकि इस दिन पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लिया और ब्रिटिश सरकार के खिलाफ खुलकर विरोध किया। इस दिन की घटनाएं स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुईं।

7

स्वतंत्रता आंदोलन में युवाओं की भूमिका और उनके योगदान का मूल्यांकन करें।

Hint

युवाओं द्वारा किए गए विभिन्न प्रकार के योगदानों पर ध्यान दें।

Solution

युवाओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने न केवल प्रदर्शनों में भाग लिया बल्कि जनजागरण के लिए भी काम किया। उनका उत्साह और समर्पण आंदोलन को गति प्रदान करने में सहायक साबित हुआ।

8

इस अध्याय के आधार पर बताएं कि स्वतंत्रता आंदोलन में सामूहिक प्रयासों का क्या महत्व था?

Hint

सामूहिक प्रयासों के विभिन्न पहलुओं और उनके परिणामों पर विचार करें।

Solution

स्वतंत्रता आंदोलन में सामूहिक प्रयासों का महत्वपूर्ण योगदान था। लोगों ने एकजुट होकर ब्रिटिश सरकार के खिलाफ संघर्ष किया और स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। सामूहिक प्रयासों ने आंदोलन को शक्ति प्रदान की और अंततः स्वतंत्रता प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त किया।

9

इस अध्याय में वर्णित घटनाओं के आधार पर बताएं कि अहिंसा के मार्ग का क्या महत्व था?

Hint

अहिंसा के सिद्धांत और उसके प्रभाव पर विचार करें।

Solution

अहिंसा के मार्ग का स्वतंत्रता आंदोलन में विशेष महत्व था। इस मार्ग ने लोगों को नैतिक बल प्रदान किया और ब्रिटिश सरकार के सामने एक शांतिपूर्ण विरोध का उदाहरण प्रस्तुत किया। अहिंसा ने आंदोलन को एक नैतिक ऊंचाई प्रदान की और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन हासिल किया।

10

इस अध्याय के आधार पर बताएं कि स्वतंत्रता आंदोलन में साहित्य और संस्कृति की क्या भूमिका थी?

Hint

साहित्य और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं और उनके प्रभाव पर विचार करें।

Solution

साहित्य और संस्कृति ने स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साहित्य के माध्यम से लोगों में राष्ट्रीय चेतना जागृत की गई और संस्कृति ने लोगों को एकजुट करने का काम किया। इन माध्यमों ने आंदोलन को एक नई दिशा प्रदान की और लोगों को प्रेरित किया।

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